Search Angika Kahani

Thursday, July 11, 2019

घर गृहस्ती तपस्या से कम नांय छै | अंगिका कहानी | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री | Angika Story | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri

घर गृहस्ती तपस्या से कम नांय छै | अंगिका कहानी  | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
| Angika Story  | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 


जीवन में सुख आरो दुःख दु पहिया छिके, जीवन में सुख- दुःख लागले रहे छै । एकरऽ रूप बदलते रहे छै । हमरऽ देशऽ में गृहस्थ, वानप्रस्थ, ब्रह्मचर्य आरो सन्यास ई चारो जीवन शैली बतैलऽ गेलऽ छै । लेकिन कहलऽ गेलऽ छै कि ई चारो में सबसे बोड़ऽ चुनौती गृहस्थ केरऽ छिके । परिवार केरऽ साथ जीवन पालन करना संघर्ष केरऽ अवस्था छिके । एक बेर साधु आरो गृहस्थ में ई अवस्था पर बहुत अच्छा बातचीत होले । एक संयासी बैठलऽ होलऽ छेले, एक गृहस्थ पुछलके कत्ते दिन होल्हों । संयास लेला । तोरा पास कोय सिद्धि केरऽ प्रमाण छोंऽ । साधु चौंकी के कहलका तोरा सिद्धि से की मतलब ? गृहस्थ कहलके हम्में बताबे दिहोंऽ । थोड़ऽ दूर पर एक लोटा पानी भरीके रखी देलके, आरो कहलके देखिहऽ हम्में वहाँ नांय जाबे आरो भरलऽ लोटा पानी हमरा पास आबी जेत्ते । कमाल केरऽ बात होते ने ? संयासी अचरजऽ में पड़ी गेलात एन्हऽ करी के देखाबऽ ते ? गृहस्थ अपनऽ बच्चा के हंकाय के कहलके लोटा वाला पानी लेलें आबें । एक छोड़ऽ सन बच्चा एक लोटा पानी लेके आनी देलके । संयासी हँसी के बोलले ई की कमाल केरऽ बात छिके । हम्में भी केाय बच्चा से पानी माँगबे ते लोटा उठाय के आनी देते । गृहस्थ कहलके होंऽ ई होय सके छै, लेकिन तोरऽ बेटा नांय कहे थोंऽ ? ई हमर संतान छिके हम्में आज्ञा देलिये आरो वें मानलके, पारिवारिक जीवन में ई सब से बोड़ऽ सिद्धि छिके । परिवार केरऽ आदमी विशेष करी के अपनऽ संतान जबे माय- बाप या पालक केरऽ बात माने ई सबसे बोड़ऽ तपस्या छिके । बच्चा पोसे में माय-बाप जेतना कष्ट उठावे छै, अपने कष्ट सही के बच्चा के सुख पहुँचाबे छै, दोसरा केरऽ बच्चा एक बेर बात मानी लेते, हर घड़ी नांय मानते । अपनऽ अपने होय छै । समझ में कुछ ऐल्हों । संयासी गृहस्थ केरऽ बात समझी गेले, गृहस्थी में सब से बोड़ऽ चुनौती होय छै । रीति-रिबाज केरऽ पीढ़ी दर पीढ़ी जिलाये के रखना । जे भाषण सत्संग आरो किताबऽ से नांय आबे छै, बल्कि आचरणऽ से आने ले पड़े छै ।

टुटलौ कटोरी | अंगिका कहानी संग्रह | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
Tutlow Katori | Angika Story Collection | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 

No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Search Angika Kahani

Carousel Display

अंगिकाकहानी

वेब प नवीनतम व प्राचीनतम अंगिका कहानी के वृहत संग्रह

A Collection of latest and oldest Angika Language Stories on the web




संपर्क सूत्र

Name

Email *

Message *