किसान वर्षा केरऽ प्रतीक्षा में रहे छै । मानसून केरऽ प्रतीक्षा बड़ी वेकरारी से करे छै । पहिले धरती माय केरऽ पूजा करे छै, तबे खेतऽ में हर जोते ले जाय छै । गीत गाय के धरती माय केरऽ स्वागत करे छै । गीत केरऽ बोल छिके ।
भैया किसनमा हो, चलऽ चढ़ैबे फूलऽ के हार ।
धरती माय छथिन सबके पालन हार- भैया -----------------
1- गर्मी में तपलऽ प्यासलऽ रहे छथिन,
करे छथिन मानसून केरऽ इन्तजार ।
भैया किसनमा हो चलऽ चढ़ैबे फूलऽ के हार
धरती माय छथिन सब के पालन हार - भैया -----------
2- ऐले मानसून बरसले पानी,
प्यास बुझैलथीन धरती माय ।
भैया किसनमा हो चलऽ चढ़बे फूल के हार
धरती माय छथिन सब के पालन हार - भैया -------------
3- मरलं खेत कियारी, नदी नाला में ऐले उफान
चारो ओर बही चलले पानी के धार ।
भैया किसनमा हो चलऽ चढ़ैबे फूल के हार ।
धरती माय छथिन सबके पालन हार - भैया -------------
4- माथा मुरे ठबा बांधे किसनमा,
कांधा पर धरे कुदाल ।
बनाबे चलले खेत आर ।
भैया किसनमा हो चलऽ चढ़ैबे फूलऽ के हार ।
धरती माय छथिन सबके पालन हार - भैया -----------
5- रोपनी से रोपा लगाबे, खुशी मनाबे
सब मिली गाबे गीत मल्हार ।
भैया किसनमा हो चलऽ चढ़ैबे फुल के हार ।
धरती माय छथिन सबके पालन हार - भैया -----------
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