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Thursday, July 11, 2019

भेद भाव से लक्ष्य कमजोर होय जाय छै | अंगिका कहानी | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री | Angika Story | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri

 भेद भाव से लक्ष्य कमजोर होय जाय छै | अंगिका कहानी  | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
| Angika Story  | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 

ताड़का नाम केरऽ एक राक्षसनी छेली, ओकरऽ बेटा मारीच, विश्वामित्र मुनि के बहुत परेशान करै छेलऽ । महर्षि विश्वामित्र यज्ञ- जाप पूजा- पाठ नायं करै ले पारे छेलात । राक्षस केरऽ व्यवहार से ऊबी गेलऽ छेला । एक दिन राजा दशरथ के पास अयोध्या गेलात, आरो श्री राम, लक्ष्मण के माँगलका । हम्में राक्षस केरऽ उपद्रब से यज्ञ नांय करे ले पारे छी । राम- लक्ष्मण दोनों भाय ताड़का केरऽ बधकरी देता, हम्में निशि्ंचत होयेके यज्ञ करबऽ । दशरथ राम- लक्ष्मण के विश्वामित्र के पास आश्रम में भेजी देलकात । राम- लक्ष्मण आश्रम केरऽ रक्षा आरो मुनि केरऽ सेवा में तत्पर रहे लागला । ताड़का आश्रम पर आक्रमण करलकी । श्री राम युद्ध करै ले तैयार होय गेलात । ई दशा देखी के विश्वामित्र राम से बोल, तोहे दोनों राजकुमार क्षत्रीय छिक्खऽ, क्षत्रीय जनानी पर प्रहार नांय करे छै । जे उद्देश्य से अपने आलऽ छऽ, ओकरऽ शुरू भी होप रहल छै । आज अपने दोनों भाय पहली बार कोय राक्षस के मारभऽ । आरो वो हो एक जनानी के ? एन्हऽ करते कहीं अपने भ्रमित ते नांय होय जेभऽ । राम जबाब देलकात प्रश्न- ई नांय छिके कि जनानी छिकी कि मरदाना । प्रश्न ई छिके कि दुष्टता कहाँ बसे छै । हमरा दुष्टता केरऽ जड़ऽ पर प्रहार करना छै । आरो योद्धा के एकरऽ भेद-भाव नांय होना चाहीवऽ यदि पुराणऽ बात पर रही के सामने केरऽ व्याख्यानां करलऽ जाय ते फल अच्छा नांय ऐते । श्री राम ताड़का केरऽ बधकरी देलकात । एहो एक संयोग केरऽ बात छिके । श्री राम आरो श्री कृष्ण अवतार राक्षस के संहार केरऽ शुरू जनानी राक्षसणी के मारी कैकरलऽ छेलाता । श्री राम ने ताड़का के मारल छेला । आरो श्री कृष्णा ने पूतना के मारी के अपनऽ काम करेऽ जय गणेश करलऽ छेला । दोनों करऽ मत छै कि अनुचित कैसनऽ हुवे ऊ क्षंमा योग्य नांय छै । भेद भाव केरऽ फेरा में लक्ष्य कमजोर पड़ी जाय छै । सही रूप में एहे कहलऽ जाय सके छै कि जबे आदमी के सामने लक्ष्य बोड़ऽ होय ते अपनऽ नियम में सही देखाबे ले पड़े छै । परंपरा के देश, काल, समय केरऽ अनुसार नया दृष्टि से देखे केरऽ समझ भी जरूरी हो जाय छै ।


टुटलौ कटोरी | अंगिका कहानी संग्रह | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
Tutlow Katori | Angika Story Collection | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 

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