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Thursday, July 11, 2019

एक होय के खुले छै सफलता केरऽ द्वार | अंगिका कहानी | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री | Angika Story | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri

एक होय के खुले छै सफलता केरऽ द्वार | अंगिका कहानी  | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
| Angika Story  | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 


गाँव में एक किसान रहे छेले, हर साल ओकरऽ खेतऽ में आरो सनी केरऽ खेतऽ से फसल बढि़या होय छेलै । ओकरऽ खेतऽ में बढि़या फसल कई साल से होय रहलऽ छेले । गांव वाला के नांय सोहाय छेले । फसल देखी के जरै छेले । राजा के पास दरखास्त देलके किसान जादू टोना जाने छै । तही से एकरऽ फसल हर साल बढि़याँ होय छै । किसान के राज दरबार में पेशी भेले । राजां ने दोसरऽ किसान सनी से पुछलका सही जादू- टोना जाने छै । सभे किसान केह बातऽ के दोहरैलके, होंऽ सही में जादू टोना जाने छै । एकरऽ फसल कहियो नांय खराब होय छै । राजा ने किसान से कहलका तोहें अपनऽ कैफियत सुनाबे । किसान अपना साथे चले केरऽ आग्रह राजा से करलके । राजा के साथ सभा केरऽ सब कोय निकलले । बाहर निकलला पर किसान हऽर बरद केर जोड़ी अपनऽ बेटी आरो कुदाल खुर्पी अपनऽ औजार के साथ खाद्य बीहन (बीज) देखाते होलऽ बोलले महारजा ऐहे छिकै हमरऽ जादू टोना । हम्में समय पर खेत जोते छिये, समय पर खाद्य बीहन आरो पानी पटाबे छिये, हमरऽ बेटी बरद के अपनऽ परिवार सरिखे ध्यान दै छै । समय पर भरी पेट खाना दै छै । चारा घास सानी पानी नादी भरी के खिलाबे छै । हमरऽ बरद सोंसे गांव में सबसे मजबूत आरो स्वस्थ निरोग छै । समय- समय पर खेतऽ में दवाय छींटते रहे छिये । घास फूस निकालते रहे छिये । चिर चुनमुनी आरो जानवर से खेत में लागलऽ फसल के बचाबे छिये । एक न एक आदमी खेतऽ में लागले रहे छिये । ऐहे सब जादू- टोना हमरऽ छिकऽ । ऐहे से हमरऽ फसल बढि़यां होय छै । एकरा में अचरजऽ केरऽ की बात छै । किसानऽ केरऽ बात सूनी के राजा कहलका किसान ठीक कही रहलऽ छै कि ये जादू जाने छै, अच्छा ऐहे होवे कि किसानऽ वाला जादू सभे कोय के सीखना चाहीवऽ । दोसरा केरऽ उन्नती देखी के नांय जरें । सब कोय अपन अपनऽ खेतऽ में मेहनत करें जीवन मजबूत बनाबें । सफलता के लेलऽ कम समय में विश्वास करे वाला लोग दोसरा केरऽ उन्नती या अपना के कमजोर समझे वाला आलसी ऐ हे सब केरऽ कारण जादू- टोना खोजे छै, दोसरा केरऽ उन्नती देखी के जरे छै । असलियत ते ई छै कि सही ढंग से काम करे वाला ही उन्नती करी सके छै । मन लगाय के जे काम करे छै वेहे असली जादू छिके । वेहे सफलता केरऽ द्वार खोले छे ।

टुटलौ कटोरी | अंगिका कहानी संग्रह | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
Tutlow Katori | Angika Story Collection | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 

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