Search Angika Kahani

Thursday, July 11, 2019

उल्लू के बीच हंस | अंगिका कहानी | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री | Angika Story | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri

उल्लू के बीच हंस | अंगिका कहानी  | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
| Angika Story  | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 



एक समय केरऽ बात छिकै कि एक गाछी पर उल्लू केरऽ वास छेलै संयोग से एक हंस वेहे गाछी पर आय के बैठलऽ । दिन केरऽ समय छेलै हंस कहलकै आज बड़ी गर्मी छै । आज सूर्य देवता अपनऽ प्रचंड रूप छथिन । एतना सुनना कि उल्लू अपनऽ समाव व्यक्त करलकै कि गर्मी से सूर्य के की लेना- देना ? गर्मी सूर्य केरऽ नांय अंधकार केरऽ परिणाम हित्थे । हंस उल्लू के समझैल्कै कि सूर्य देवता छथिन हिनी सोंसे दुनियाँ के प्रकाश दै छथिन आगे गर्मी भी दै छथिन । उल्लू हंसी के उत्तर देलकै है हंस, तोहें ई नया बात कहाँ से लै आनल्हऽ प्रकाश की होय छै ? रहलै बात गर्मी केरऽ ऊते अंधकर से होय छै । दोनों में बात बढ़ै लागलै, ते उल्लू कहलकै हमर शंका केरऽ निवारण के लेलऽ चलऽ एक गाछ देखाते होलऽ कहलकै वही हमार पूरा परिवार रहै छै । वहीं बातऽ केरऽ समाधान होतऽ । हंस तैयार होय गेलऽ । वहाँ कोय ते समझदार होतऽ । उल्लू केरऽ समाजऽ में एकरा अंस बैठलऽ । एकरा उल्लू बोलले, हंस कही रहलऽ छै । सूर्य प्रकाश दै छथिन आरो गर्मी भी । उल्लू सब ठठाय के हंसे लागलऽ । हंस बोललै तोहे सब मूर्खतापूर्ण बात बन्द कर । हंस के समझैला पर उल्लू सब सकुचाय लागलै । कहाँ से ई पागल आलऽ छै । सूर्य सूर्य हल्ला करी रहलऽ छै । एकरा दोसरा से पुछे लागलऽ । सूर्य दखलऽ छें । नांय हमरा एने सूर्य नांय जानै छिये । हंस सोचलकऽ उल्लू डी कहीं रहलऽ छै । दिन में ते एकरा सुझै छै नांय, करि जालतऽ सूर्य । हंस वहां से जान बचाय के भागलऽ । जाते जाते हंस कहलकै, प्रकाश आरो अंधकार छोड़ऽ लेकिन हमरा एक बात केरऽ समझे उदाबी । गलै कि सत्य केरऽ बहुमत नांय भी होतै, तब भी सत्य सत्य छै । जों बहुमत उल्लू केरऽ पक्ष होय, तो भी समझदार के कभी भी मतलब रूप में सत्य केरऽ नांय करना कहीवऽ । जो जीवन में सत्य केरऽ अनुभूति हो जाय तो भी ई बात केरऽ ध्यान रखना चाहीवऽ । कि ओकरऽ विचार समझदार आदमी केरऽ बीच में करलऽ जाय बिना मतलब आदमी के सामने सत्य केरा बात करै से शक्ति भी नष्ट होतऽ आरो कुछ फल भी नांय मिलतऽ ।

टुटलौ कटोरी | अंगिका कहानी संग्रह | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
Tutlow Katori | Angika Story Collection | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 

No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Search Angika Kahani

Carousel Display

अंगिकाकहानी

वेब प नवीनतम व प्राचीनतम अंगिका कहानी के वृहत संग्रह

A Collection of latest and oldest Angika Language Stories on the web




संपर्क सूत्र

Name

Email *

Message *