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Thursday, July 11, 2019

सत्संग से भी जीवन बदली जाय छै | अंगिका कहानी | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री | Angika Story | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri

सत्संग से भी जीवन बदली जाय छै | अंगिका कहानी  | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
| Angika Story  | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 

प्राचीन काल केरऽ बात छिके, एक अशिक्षित ब्राह्मण क्रुर डाकू बनी गेला । अपनऽ परिवार केरऽ भरण-पोषण केरऽ वास्ते यात्रि के लूट पटक हत्या जेन्हऽ अपराध करे केरऽ रास्ता अपनालका, एक दिन देवर्षि नारद, डाकू केरऽ पल्ला में पड़ी गेला । डाकू नारद के लुटे वास्ते रास्ता रोकलकऽ । नारद डाकू से कहलका, जे परिवार के वास्ते तोहें पाप कम करी रहलऽ छऽ । तोरऽ पाप कर्म केरऽ भागी तोरऽ परिवार बनथोंऽ । डाकू आश्चर्य चकित होय गेले, हैरंऽ प्रश्न हमरा से पहली बार कोय करलऽ छै । डाकू कहलके हमरा तोहें बेबकूफ बनाय रहलऽ छऽ । हम्में परिवार से पूछे ले जाबऽ । तोहें हिन्ने पार । नारद जी कहलका नांय नांय हमरा तोहें एकरा गाछी में रस्सी से बांधी के जा । हम्में तोरऽ भलाइ केरऽ बात करी रहलऽ छिहोंऽ । एकरा गाछी में नारद जी के बांधी के अपन परिवार से पुछे ले गेला । पहले अपनऽ पिता से पुछलकऽ हम्में जे पाप कर्म करी के आने छियै । पाप केरऽ भागीदारी बनभऽ ने ? पिता उत्तर देलका, हम्में तोरा पाली पोषी के बोड़ऽ बनालियो । अबे तोरऽ कर्त्तव्य छिको हमरां पोषे केरऽ । तोहें कहाँ से आनबे की करबे एकरा में हमरा कोय सरोकार नांय छै । पिता केरऽ बात सुनी के डाकू केरऽ गोड़ऽ तर से माटी खिसकी गेले । एक एक करी के सब से पुछलकऽ माय, कनियाय, भाय, बहीन, बेटा सभे ओकरऽ पाप केरऽ भागी से इंकार करी देलके । डाकू नारद केरऽ गोड़ऽ में गिरि के क्षमा मांगलकऽ । नारद के बन्धन मुक्त करी देलकऽ । अपने हमरऽ ज्ञान खोली देल्हे । डाकू नारद केरऽ प्रेरणा से डाकू वाला काम छोड़ी देलकऽ । भगवान केरऽ भक्ति में लागी गेलऽ । डाकू केरऽ नाम छेले रत्नाकर । नारद केरऽ प्रेरणा आरो सत्संग से कुछ दिनऽ केरऽ बाद वेहे डाकू वाल्मिकी केरऽ नामऽ से विख्यात भेला । संत जन कहे छथ जीवन में सत्संग केरऽ अवसर आते रहै छै । हम्में यदि हुन्का तरफ पीठ करी के खड़ा होवे ते सत्संग केरऽ लाभ नांय मिलते । जो हम्में सत्संग में साथ देना शुरू करी दिये ते कुछ दिनऽ में जीवन केरऽ दिशा बदली जाय, सत्संग में जुड़ते रहना चाहीवऽ ।


टुटलौ कटोरी | अंगिका कहानी संग्रह | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
Tutlow Katori | Angika Story Collection | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri 

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