सिंपल खाना दाल - भात | अंगिका कहानी | डॉ. (श्रीमती) वाञ्छा भट्ट शास्त्री
| Angika Story | Dr. (Smt.) Vanchha Bhatta Shastri
कुछ लोग दाल- भात के ऐर्त्त शोकिन होय छै कि वू रोज दिन कम से कम एक बेर खाना में दाल भात जरूर खाय छै । वहीं कुछ लोग एन्हऽ भी होय छै, दाल भात खाना बिल्कुल नांय पसंद करे छै । ओकरा ई खाना बोरिंग लगे छै । तोरा दाल भात खाना पसंद लगे या नांय लगे, दाल भात खाना शरीर के लेलऽ बहुत फायदा मंद होय छै । जानै छऽ एकरऽ पाँच फैदा केरऽ बारे में, पहिलऽ फैदां दाल भात बनाबै में आरो खाय में दोनों में बहुत आसान काम छै । जबे तोहें कामऽ पर से थकी के आबै छऽ तुरंत दाल - भात बनाय के खाय सके छऽ आरो दाल- भात मुलायम होय छै पेटऽ में जाते आत्म के तृप्ति करी दै छै । आरो ओकरा में थोड़ऽ सन घी पड़ी जाय ते ओकरऽ स्वाद कै गुना बढ़ी जाय छै । दोसरऽ फैदा पाचन क्रिया के आराम दै छै । कुल्थी (कुरथी) दाल या मूंगदाल पचाबै में आसान होय छै । एकरऽ अन्दर केरऽ प्रोटिन के शरीर आसानी से तोड़ी लै छै, भात पचै में आसान होय छै । तीसरा फैदा- जे लोग शाकाहारी छे ओकरा लेलऽ दाल प्रोटीन केरऽ बहुत अच्छा स्रोत छै, दाल आरो भात में अलग- अलग प्रकार केरऽ प्रोटीन होय छै । ऐहे से जबे दोनों के मिलाय के खेलऽ जाय छै ते प्रोटीन केरऽ अच्छा स्रोत साबित होय छै । चौथा फैदा- दाल आरो भात दोनों में बहुत मात्र में फाइबर होय छै, ऐहे से पाचन तंत्र सही से चबै में मददगार होय छै । फाइबर डायबिटीज जेन्हऽ बीमारी से भी बचाबै छै आरो ब्लड सुगर केवल कंट्रोल में रखे छै । पांचवा फैदा- अक्सर कहलऽ जाय छै कि वजन घटावे ले छोंऽ ते भात नांय खा, हमरऽ आहार विशेषज्ञ कहलऽ छै कि तोरऽ वजन पर निर्भर करे छै । अगर तोरऽ वजन कम करे ले छोंऽ ते हफ्रता में दु दिन भात खा, साथऽ में तरकारी जरूर खा । दाल भात खाय में स्वाद नांय लगे छोंऽ ते एकरऽ स्वाद बढ़ावे के लेलऽ थोड़ऽ अंचार पापड़ भी लै सके छऽ । पर ध्यान रहे अंचार पापड़ जरूरत से ज्यादा नांय लिहऽ ।
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